चंडीगढ़ में सीएंडी वेस्ट मैनेजमेंट व फोरेस्ट व ग्रीन कवर में बढ़ोतरी को लेकर एनजीटी ने की तारीफ
चंडीगढ़ में सीएंडी वेस्ट मैनेजमेंट व फोरेस्ट व ग्रीन कवर में बढ़ोतरी को लेकर एनजीटी ने की तारीफ
चंडीगढ़, 9 अप्रैल (साजन शर्मा)
हरियाणा और पंजाब में पर्यावरण के कई मुद्दों पर चर्चा के लिए चंडीगढ़ में शनिवार को एक सत्र आयोजित किया गया जिसमें एनजीटी के चेयरपर्सन जस्टिस आदर्श कुमार गोयल बतौर चीफ गेस्ट मौजूद रहे। दोनों राज्यों को पर्यावरण के जिन मुद्दों से दिक्कतें पेश आ रही हैं, उस पर वक्ताओं ने राय व निदान रखे। आदर्श कुमार गोयल ने कहा कि सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, मैनपावर की एंगेजमेंट सही तरीके से होनी चाहिए। आईईसी एक्टीविटी में शैक्षणिक संस्थानों को विभिन्न स्टेजों व चरणों पर इस प्रोग्राम में शामिल करना चाहिए। उन्होंने पानी की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि रेन वॉटर हार्वेस्टिंग को हर बिल्डिंग के लिए जरूरी किया जाना चाहिए। जो इसमें बेहतर करते हैं उन्हें इंसेंटिव दिये जाने चाहिएं। पानी का ज्यादा उपयोग करने वालों जैसे रेलवे स्टेशनों, इंडस्ट्रियल एरिया को टर्शरी वॉटर प्रयोग करने को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। उन्होंने घटते भूजल स्तर को लेकर चिंता जाहिर की और कहा कि लोगों को इस संबंध में तुरंत जागरुक करना चाहिए। पैनल टीम ने चंडीगढ़ में सीएंडी वेस्ट मैनेजमेंट व चंडीगढ़ के फोरेस्ट व ग्रीन कवर में बढ़ोतरी को लेकर तारीफ की।
पैनल ने राय दी कि कोई ऐसा स्थल चिन्हित करना चाहिए जहां होटलों व रेस्टोंरेंट के बचे खाने को एकत्रित किया जा सके। नियमों के मुताबिक इसको प्रोसेस्ड किया जाना चाहिए। रेन वॉटर हार्वेस्टिंग के लिए हर गांव में एक तालाब होना चाहिए। जो वर्तमान में वॉटर बॉडी हैं उन्हें हमें बचाये रखना होगा। सभी अस्पतालों में एफलुएंट ट्रीटमेंट प्लांट होना चाहिए जहां लिक्विड वेस्टवॉटर को डाला जाना चाहिए। पब्लिक सीवर में यह वेस्टवाटर बिना ट्रीटमेंट नहीं जाना चाहिए। वक्ताओं ने कहा कि सभी राज्यों में कम से कम एक जिला ऐसा हो जहां ये सभी प्रेक्टिस फॉलो की जानी चाहिए जिससे दूसरे को ऐसा करने का उदाहरण मिले।
एनजीटी के दूसरे सदस्य जो यहां मौजूद रहे उनमें जस्टिस प्रीतम पाल, जस्टिस जसबीर सिंह, उर्वशी गुलाटी, एससी अग्रवाल व बाबूराम मौजूद रहे। पंजाब, हरियाणा व यूटी के कई अफसर भी यहां सेशन के दौरान पहुंचे। उन्होंने प्रदूषण के विभिन्न पहलुओं व इसमें हुए सुधार को लेकर जानकारी दी व बताया कि डिस्ट्रिक्ट एनवायरमेंट प्लान के तहत किस तरह की उपलब्धि उन्होंने हासिल की। यहां बता दें कि हर राज्य के लिए एनजीटी व केंद्र की ओर से डिस्ट्रिक्ट एनवायरमेंट प्लान बनाया गया है। मीटिंग में कहा गया कि रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशनों व सिविल सोसायटी को पर्यावरण के मुद्दों पर आगे आना चाहिए। इंडस्ट्रियल सेफटी व एनवायरमेंट सेफटी के लिए रोजाना मॉक ड्रिल होनी चाहिए। पैनल ने पंजाब-हरियाणा व यूटी द्वारा पर्यावरण की दिशा में उठाये कदमों को लेकर प्रशंसा की।